ग्राम्य राग-रंग ग्राम्य राग-रंग
सुबह जीवन की सार्थकता है... सुबह जीवन की सार्थकता है...
नाम में क्या रखा है! नाम में क्या रखा है!
प्रेम में कविता प्रेम में कविता
अक्सर बड़े बेटे, घर की सीमाओं से बँधे रह जाते हैं। अक्सर बड़े बेटे, घर की सीमाओं से बँधे रह जाते हैं।
देना जानती है ये भी ईंट का जवाब पत्थर से। देना जानती है ये भी ईंट का जवाब पत्थर से।